Showing posts from March, 2019Show all
यदि प्रेमिका मेरी बनोगी..if you fall in love with a writer...written and recited by kavi sandeep dwivedi

यदि प्रेमिका मेरी बनोगी... जब आपको प्रेम होता है तब ऐसा होता है न...  कि कोई गीत आपकी जुबां में न सही लेकिन दिल में हर वक्त चलता रहता है.. ......क्या आपने कभी सोचा है कि जो गीत आपके दिल में चल रहा है वो किसी कवि,किसी लेखक ने लिखा होगा.. कितनी खूबसूरती से व…

एक परिवार का आमंत्रण और मेरी यादगार रतलाम यात्रा ..|Memorable Journey | kavi sandeep dwivedi

आभार बशीर बद्र साहेब की एक शेर  याद आ रहा  है तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था, फिर उस के बाद मुझे कोई अजनबी नहीं मिला।   कितनी गहरी और सटीक बात है न..अगर हमें समझ आ जाये तो...  यूं तो शायरी मैं नही लिखता  लेकिन पढने का शौक़ रखता हूँ..और बद्र जी जैसे शायर …

हम अमानव क्यूँ बनें ..International Women's Day  International Women's Day Special 2019 जिसने विश्व को कालजयी विद्वान,कलाकार, योद्धा दिए। पूरी दुनिया को अपनी सहनशीलता,क्षमताओं से स्तब्ध कर देने वाली । जिसके शौर्य साहस के किस्सों से इतिहास के अनगिनत पन्ने प…

Keval Saanso Se Jeevit Ho..|| Pocket Poem for Student || Kavi Sandeep Dwivedi

केवल साँसों से जीवित हो... क्या औचित्य यहां आने का अपने मन से क्या कुछ पूछा पथ में थक कर डेरे डाले स्वयं ने तेरे स्वयं को लूटा हाथ हटा अन्तरआंखों से देख छिपे वो चित्र अदेखे उम्मीद कभी उम्मीद न खोती खोते तो विश्वास को तुम हो।। क्या यूं ही थे जो अब तुम ह…