यदि प्रेमिका मेरी बनोगी... जब आपको प्रेम होता है तब ऐसा होता है न... कि कोई गीत आपकी जुबां में न सही लेकिन दिल में हर वक्त चलता रह...
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Sunday, March 31, 2019
Tuesday, March 12, 2019
एक परिवार का आमंत्रण और मेरी यादगार रतलाम यात्रा ..memorable journey ; kavi sandeep dwivedi
बशीर बद्र साहेब की एक शेर याद आ रहा है तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था, फिर उस के बाद मुझे कोई अजनबी नहीं मिला। कितनी गहरी ...
Friday, March 8, 2019
International Women's Day 2019 Special || हम अमानव क्यों बनें? : Poem by Kavi Sandeep Dwivedi
हम अमानव क्यूँ बनें ..International Women's Day International Women's Day Special 2019 जिसने विश्व को कालजयी विद्वान,कलाकार, यो...
Thursday, March 7, 2019
Keval Saanso Se Jeevit Ho..|| Pocket Poem for Student || Kavi Sandeep Dwivedi
केवल साँसों से जीवित हो... क्या औचित्य यहां आने का अपने मन से क्या कुछ पूछा पथ में थक कर डेरे डाले स्वयं ने तेरे स्वयं को लूटा ...