Showing posts from April, 2019Show all
उलझे पथ कैसे सुलझाऊं : Uljhe Path Kaise Suljhaun..:Kavi Sandeep Dwivedi Poem Lyrics..

उलझे पथ कैसे सुलझाऊं.. this poem i was written when i was in enginnering final year 2015-16 जीवन पथ कैसे सुलझाऊं उलझे पथ कैसे सुलझाऊं सपने हैं सब आँख बिछाए राह कौन सी मैं अपनाऊं दीपक मैं किस और घुमाऊं.. उम्रों का अम्बार रखा था कर लूँगा तय ..ये सोच खड़ा …

Kavi Sandeep Dwivedi with Dr.Rahat Indori Sir.....Fluxus 'काव्यांजलि' 2019 in IIT Indore with Shri Dr. Rahat Indori Saheb

Kavi Sandeep Dwivedi With Dr.Rahat Indori Sir..देश प्रेम से भर उठा IIT-INDORE का ह्रदय.. IIT-INDORE में हर वर्ष साहित्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कवि सम्मलेन और साहित्यिक चर्चाएं आयोजित की जाती हैं जिसमे देश स्तर के विधाओं से सम्बंधित ख्यातिप्राप्त लोगों को  इस…

श्री विकास दीक्षित श्री शशिकान्त सिंह 'आनेह ' जी का आमंत्रण और मेरी बनारस यात्रा..

जय माँ गंगा, जय बाबा विश्वनाथ  दिव्य महाकुम्भ का अवसर था ..दुनिया में कौन ऐसा होगा जो उसके काल खंड में आने वाले इस तारने वाले पर्व में गंगा स्नान नही करना चाहेगा ..मुझे भी जाना था  ये बात जब बनारस के एक साहित्य प्रेमी और बी एच यू बनारस से मैनेजमेंट की पढाई कर रहे…

Inspirational Speech: तो क्या...जाकिर हुसैन तबला छोड़ दें..? :Follow Your Dream..alive your Passion..

एक सवाल करें ?  कितनी बार आप youtube पर यह सर्च करते हैं "jakir husain tabla live" या कुछ भी..मेरे ख्याल से बहुत कम या न के बराबर या कभी कभार.. लेकिन आप ये जरुर सर्च करते रहते होंगे "Arijit Singh Hit Song" ..मैं भी करता हूँ.. तो क्या ऐसे म…

खबर सही है..कुछ दिन में मेरी शादी है...by Kavi Sandeep Dwivedi

हाँ,खबर सही है..कुछ दिन में मेरी शादी है.. ....by kavi sandeep dwivedi ह ह ह ..इस कविता में आपको कुछ मिलेगा नही..ये बस किसी वक्त शादी के ख्याल को लेकर ,घर के माहौल को देखकर वहा की तयारी व्यस्तता देखकर कुछ लाइन्स जैसे आती गयी लिखता गया..कोई क्रमिकता नही है..बस ऐस…

अनुराग दांगी जी और संदीप शर्मा जी से भोपाल में मुलाकात।।meet up with a speaker and a writer..

मेरे पास  मैसेंजर पर एक मैसेज आया.. हेलो संदीप जी, कैसे हैं आप ?आपके शहर आया हूँ... ये अनुराग दांगी जी का मैसेज था..दांगी जी के कामों से मैं फेसबुक के माध्यम से परिचित हुआ..और उनके सामाजिक उद्देश्यों से बहुत प्रभावित हुआ.. उनका कहना ये था कि हम आपकी कविता कहानियों से…