आइये ,स्वागत है कविता पढ़ें भी और सुनें भी .. मेरी यह कविता आपको ये सुनाती नही फिरेगी कि ये करो वो करो ये सोचो वो सोचो.. बल्कि आपको एक चरित्र को लेकर आपसे कुछ प्रश्न करेगी.. क्यूंकि जिस चरित्र पर यह कविता है उन्हें उनके संघर्षो इनके त्यागो से ही पूजा जात…