Showing posts from December, 2019Show all
Incredible India : Main Dhanya hun Janma Yahan : written by Kavi Sandeep Dwivedi

मैं धन्य हूँ जन्मा यहाँ हमारे देश ने गौरव की असीम ऊंचाइयां देखी हैं। पूरे विश्व को हमारे ज्ञान पर नतमस्तक होते देखा है  हजारों कोशिशों के बाद भी नष्ट न होने संस्कृत का हम हिस्सा हैं  हमारे देश में प्रेम पलता है, भक्ति पलती  है  हमारे देश में राम र…

हर बेटे को सुनना चाहिए.:Inspirational Father Message to Son..: written by Kavi Sandeep Dwivedi

हर बेटे को सुनना चाहिए  हर बेटे को सुनना चाहिए.. मेरे बच्चे !! तुम कुछ समय में इस आशाओं भरी, उम्मीदों भरी, रंग भरी दुनिया में कदम रखने वाले हो -- हजारों दुआओं की कतारें तुम्हारे लिए लगी हैं और मैं भी तुम्हे लेकर बहुत उत्साहित हूँ .. बेटे जबकि आज तुम इस दुनिया मे…

एक फूल लाया हूँ तुम्हारे लिए..: Kavi Sandeep Dwivedi

आइये स्वागत है  कविता पढें भी..सुनें भी  एक फूल लाया हूँ तुम्हारे लिए..!! दिल टूटा है न ? कोई फिर पहले जैसा करके गया। अकेला  कोई बात नहीं....कुछ बचा होगा न आपके पास..एक काम करिये लौटा आइये  अरे, कोई चीज नहीं ..कोई एहसास जो अक्सर प्रेम में एक दूसरे के पास रह जाता ह…

Ohh..!! Kis Itihas Se Hun..Aur Aaj Main Kya Ho Gaya Hun..|| Kavi Sandeep Dwivedi  #RIPpriyankareddy

भारत मेरे!! मैं पुरुष खाली नाम का रह गया हूँ.. मैं वही हूँ न जिसने दुश्मन की बेटी को उसके घर पहुँचा दिया था.. वही हूँ न मैं, जिसने एक नर्तकी को माँ कहके हैरान किया था.. ओह्ह..!! किस इतिहास से हूँ और आज मैं क्या हो गया हूँ.. भारत मेरे!! मैं पुरुष खाली ना…