यदि आप 90 के दशक के हैं तो आपने बचपन जब साइकल चलाना सीख लिया था और फिर जब साइकल अपनी रफ्तार में रही होगी। तब आपने अपने को सलमान खान से कम न समझा होगा और इस गाने से मोहल्ले को परेशान कर दिया होगा 👇👇
और आपकी साइकल सलमान की साजन वाली गाड़ी से कम न रही होगी।।। 
आज इसी गीत को आवाज़ देने वाले मस्ती भरी आवाज़ के जादूगर हम सबको हमेशा के लिए अलविदा कह गए। 
हिन्दी सिनेमा के गिने चुने गाने गाकर ही हिन्दी भाषी क्षेत्रों में अपने अनगिनत दीवाने बना लिए थे। 
'दीदी तेरा देवर दीवाना' भला कौन भूल सकेगा। कौन सी बारात उनके इस गाने में बिना थिरके रही होगी या कभी रहेगी। 
'मेरे सवालों का जवाब दो'
किस आशिक ने balaa subramaniam से अपने किसी खास से जवाब नही मंगवाया होगा।। 
'पल भर की जुदाई फिर लौट आना है'
किसने किसी को याद करते हुए ये नही सुना होगा।। 
    
काफी समय से उनके गाने भले न गूंजे हों लेकिन कभी ऐसा नही लगा। उनके गाए हुए चुनिंदा गाने ही पूरा दौर थामे रखे और हमेशा उनके नग़मों के साथ हर दौर इस जादूगर को भुला नही पायेगा। 
बस एक बार प्लेलिस्ट सेलेक्ट हो जाती है और फिर घंटों इयरफोन से दिल तक पहुँचते रहते हैं। और आज जब यह खबर मिली तो कुछ लिखे बिना रहा न गया। 
अभी भी यह लिखते हुए उनका एक गीत चल रहा मेरे कानों के इर्द गिर्द। 
'पहला पहला प्यार है.. पहली पहली बार है... '🎼🎧
यकीन नही होने देना चाहता कि ये अब नही रहे। 
आवाज़ में एक अलग गूँज थी। मोहब्बत थी, ग़म था, मस्ती थी, ख़ामोशी थी। सबकुछ। 
रुला भी देते थे।गुदगुदा भी देते थे। 
आपका रहना धरती पर एक किसी अनमोल धरोहर के समान था जो ईश्वर ने अभी वापस मांग ली।। 
आखिर में बस इतना ही कि 
अलविदा सर!!! रोकना हाथ में नही था बुलावा ऊपर से था वरना दीवानों ने तो दिल में बसाया था। कसर कोई न छोड़ते। 
सुनना रहा होगा उन्हें भी आपको।। 
🙏🙏🙏💐💐💐❤❤❤



  


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