प्रजा ऐसी राम की थी।। click and listen also.. जिस राज्य के राजा स्वयं त्यागी तपी विद्वान हों क्यों न प्रजा उस राज्य की अद्भुत गुणों की खान हों श्री राम के ही साथ यह, कथा कइयों राम की थी। बात यह अभिमान की थी प्रजा ऐसी राम की थी। अयोध्या, तट पर खड़ी थी दश…